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यूपी: प्रदर्शन में कार्यकर्ता की मौत, हत्या का मामला दर्ज

  उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाल ही में एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे प्रदेश को हिला दिया। यूपी: प्रदर्शन में कार्यकर्ता की मौत, हत्या का मामला दर्ज|कांग्रेस कार्यकर्ता की प्रदर्शन के दौरान मौत पर सवाल उठ रहे हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। आइए इस घटना के हर पहलू को गहराई से समझते हैं। यूपी में कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत: एक राजनीतिक विवाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के बाहर कांग्रेस ने हाल ही में प्रदर्शन का आयोजन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस नेता अजय राय ने किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे जी की मौत हो गई, जिससे पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। इस घटना को लेकर योगी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि यह महज एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश हो सकती है। घटना के प्रमुख कारण और विवरण यह प्रदर्शन किसानों के हक और बढ़ती महंगाई जैसे मुद्दों पर केंद्रित था। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। उसी समय प्रभात पांडे जी की तबीयत बिगड़ी। – प्रदर्शन में काफी भीड़ थी। – पुलिस ने प्रदर्शन को रोकने के लिए बल का प्रयोग किया। – अचानक हुई इस घटना से सभी कार्यकर्ता हैरान रह गए। कांग्रेस का आरोप और मांग कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कार्यकर्ता की मौत पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग का नतीजा है। कांग्रेस नेता अजय राय ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। – कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के पास प्रदर्शन जारी रखने का फैसला किया। – पार्टी ने कहा कि योगी सरकार प्रशासन की विफलता का प्रमाण दे रही है| पलिस ने दर्ज किया हत्या का मुकदमा प्रदर्शन के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। इस मुकदमे में कई अज्ञात लोगों के नाम शामिल हैं। – पुलिस का कहना है कि मामला संदिग्ध है। – घटना की पूरी जांच की जाएगी। क्या यह दुर्घटना थी या साजिश? इस सवाल पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। 1. दुर्घटना: अगर यह महज दुर्घटना थी, तो कार्यकर्ता की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए गए थे? 2. साजिश: क्या इसे राजनीतिक दबाव से जोड़कर देखा जा सकता है? प्रभात पांडे जी: कौन थे वह? प्रभात पांडे जी कांग्रेस पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता थे। – वह कई आंदोलनों में सक्रिय भाग लेते थे। – पार्टी के स्थानीय संगठनों में उनकी अहम भूमिका थी। उनकी मृत्यु से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। घटना का राजनीतिक असर यह घटना उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन गई है। – कांग्रेस ने इस मामले को विधानसभा में उठाने का फैसला किया है। – विपक्ष ने योगी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है।   प्रदर्शन की बढ़ती परंपरा और विवाद उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन और उससे जुड़े विवाद कोई नई बात नहीं है। – विपक्ष का आरोप है कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश करती है। – ऐसे प्रदर्शनों के दौरान हिंसा और झड़पें आम हो गई हैं। न्याय की उम्मीद इस घटना में न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने हर संभव कदम उठाने की बात कही है। – पार्टी ने योगी सरकार पर निष्पक्ष जांच का दबाव बनाया है। – कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे प्रभात पांडे जी के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। निष्कर्ष इस घटना ने उत्तर प्रदेश विधानसभा और सरकार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अजय राय, प्रभात पांडे जी, और योगी सरकार इस विवाद के मुख्य केंद्र में हैं। जनता अब यह जानने की प्रतीक्षा कर रही है कि यह घटना महज एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी है।

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दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी: क्या है पूरा मामला?

हाल ही में दिल्ली के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से राजधानी में हड़कंप मच गया। करीब 40 स्कूलों को ईमेल के माध्यम से धमकी दी गई, जिसके बाद स्कूलों ने सुरक्षा कारणों से तुरंत बंद करने का फैसला लिया। इस घटना ने दिल्ली के स्कूलों में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।   धमकी भरे ईमेल ने दिल्ली में मचाया हड़कंप   ईमेल के जरिए दिल्ली के 40 स्कूलों को धमकी दी गई थी कि इन स्कूलों में बम रखे गए हैं। धमकी देने वाले ने पैसों की भी मांग की थी, जिससे यह मामला और भी संगीन हो गया। कई स्कूलों ने तुरंत अपनी सुरक्षा बढ़ा दी और फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचित किया। दिल्ली के प्रमुख स्कूलों को मिली धमकी   इस धमकी में खासतौर पर दिल्ली के प्रमुख स्कूल जैसे डीपीएस आर के पूरम और पश्चिम विहार के जीडी गोयनका स्कूल शामिल थे। इन स्कूलों में छात्रों और स्टाफ की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान रखा गया, और जल्दी ही पुलिस और सुरक्षा बलों की टीमें घटनास्थल पर पहुंची।   धमकी भेजने वाले ने मांगे पैसे   धमकी भेजने वाले ने ईमेल के माध्यम से पैसे की भी मांग की थी। ईमेल में यह साफ लिखा था कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो बम विस्फोट हो सकता है। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है और साइबर विशेषज्ञों की मदद से ईमेल भेजने वाले की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली में हुआ था बम धमाका – क्या इस धमकी से जुड़ा है?   हाल ही में दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में एक बम धमाका हुआ था, जिसके बाद से इस धमकी को और भी गंभीर माना जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने कहा कि फिलहाल इन दोनों घटनाओं के बीच कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है, लेकिन जांच जारी है।   पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता   धमकी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमों ने त्वरित प्रतिक्रिया दिखाई और सभी स्कूलों को सुरक्षित बनाने के लिए सुरक्षा प्रबंधों को तेज कर दिया। हर स्कूल में बम स्क्वायड को भेजा गया और सभी बच्चों और स्टाफ को सुरक्षित बाहर निकाला गया।    क्या बढ़ेगी स्कूलों की सुरक्षा?   इस घटना के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या दिल्ली में स्कूलों की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी? विशेष रूप से ऐसे स्कूलों में जहां इस तरह की धमकियां मिल रही हैं। दिल्ली पुलिस ने स्कूलों को सतर्क रहने और अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की सलाह दी है।   Conclusion: क्या ये धमकियां दिल्ली के लिए नई चिंता बन सकती हैं?   यह धमकी ने दिल्ली के स्कूलों में सुरक्षा को लेकर नई चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं। भविष्य में ऐसे खतरे बढ़ सकते हैं, और स्कूल प्रशासन, पुलिस, और फायर ब्रिगेड को मिलकर काम करना होगा ताकि बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस मामले की जांच जारी है, और पुलिस पूरी तरह से मामले की गहराई तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है|    

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चेन्नई और पुडुचेरी में साइक्लोन फेंगल का कहर: तीन की मौत, 100 का रेस्क्यू

  साइक्लोन फेंगल (Cyclone Fengal) ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी तबाही मचाई। तेज़ हवाओं और भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। चेन्नई में तीन लोगों की मौत और पुडुचेरी में सेना द्वारा 100 से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया। नीचे इस आपदा से संबंधित ताजा अपडेट और महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।     साइक्लोन फेंगल: क्या है स्थिति?   तमिलनाडु और पुडुचेरी में साइक्लोन फेंगल के चलते कई जिलों में भारी बारिश और तेज़ हवाएं देखी गईं। – चेन्नई और आसपास के तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। – अधिकारियों ने कहा, साइक्लोन के प्रभाव से कई जगह बिजली और यातायात बाधित हुआ। – IMD ने अगले 24 घंटों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।   चेन्नई में त्रासदी: तीन लोगों की मौत   चेन्नई में साइक्लोन के चलते तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। – प्रशासन ने बताया कि ये मौतें पेड़ गिरने और बाढ़ के कारण हुईं। – सरकार ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। – उदयनिधि स्टालिन, जो तमिलनाडु के मंत्री हैं, ने राहत कार्यों की निगरानी की।      पुडुचेरी: सेना का राहत अभियान पुडुचेरी में हालात और भी गंभीर हो गए। – बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 100 से अधिक लोगों को सेना और NDRF टीमों ने सुरक्षित निकाला। – राहत शिविरों में भोजन और चिकित्सा की व्यवस्था की गई है। – अधिकारियों ने कहा, पुडुचेरी के कराईकल क्षेत्र में बारिश का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा गया।       साइक्लोन फेंगल से जुड़े और अपडेट   1. उदयनिधि स्टालिन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए। 2. चेन्नई और पुडुचेरी में रेस्क्यू ऑपरेशन में SDRF की 17 टीमें तैनात की गई हैं। 3. IMD ने तमिलनाडु के नागपट्टिनम और थिरुवरुर जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी।     राहत और बचाव कार्य की तैयारी   तमिलनाडु सरकार ने बाढ़ राहत कार्यों के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि आवंटित की है। – जनता को राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है। – प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन 24/7 जारी है। – उदयनिधि स्टालिन ने सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर राहत उपायों की समीक्षा की।       प्रशासन का संदेश तमिलनाडु और पुडुचेरी के नागरिकों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। – जनता को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। – प्रशासन ने जनता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।       निष्कर्ष : साइक्लोन फेंगल (Cyclone Fengal) के कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी में जनजीवन प्रभावित हुआ है। सरकार और स्थानीय प्रशासन पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इस आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।  

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कन्नड़ अभिनेत्री शोभिता शिवन्ना की आत्महत्या: पुलिस जांच में जुड़े बड़े खुलासे  

कन्नड़ अभिनेत्री शोभिता शिवन्ना की आत्महत्या: पुलिस जांच में जुड़े बड़े खुलासे   Outline: 1. परिचय: शोभिता शिवन्ना और साउथ सिनेमा में उनकी पहचान 2. हैदराबाद में मिला शव: आत्महत्या का शक 3. पुलिस का बयान: आत्महत्या के कारणों की जांच 4. शोभिता का फिल्मी करियर और तेलुगु सिनेमा में योगदान 5. पारिवारिक पृष्ठभूमि और व्यक्तिगत जीवन 6. बेंगलुरु में अंतिम संस्कार: भावुक माहौल 7. सोशल मीडिया पर फैंस का रिएक्शन 8. क्या कहता है पोस्टमार्टम रिपोर्ट? 9. आत्महत्या की रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता   कन्नड़ अभिनेत्री शोभिता शिवन्ना की आत्महत्या: पुलिस जांच में जुड़े बड़े खुलासे   1. परिचय: शोभिता शिवन्ना और साउथ सिनेमा में उनकी पहचान साउथ सिनेमा की उभरती हुई अभिनेत्री शोभिता शिवन्ना ने अपनी एक्टिंग और कड़ी मेहनत से दर्शकों का दिल जीता। कन्नड़ और तेलुगु सिनेमा में उनकी विशेष पहचान थी। शोभिता ने कई धारावाहिकों और फिल्मों में काम किया, जिसमें उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।   2. कन्नड़ अभिनेत्री शोभिता शिवन्ना की आत्महत्या: पुलिस जांच में जुड़े बड़े खुलासे     परिचय: शोभिता शिवन्ना और साउथ सिनेमा में उनकी पहचान साउथ सिनेमा की उभरती हुई अभिनेत्री शोभिता शिवन्ना ने अपनी एक्टिंग और कड़ी मेहनत से दर्शकों का दिल जीता। कन्नड़ और तेलुगु सिनेमा में उनकी विशेष पहचान थी। शोभिता ने कई धारावाहिकों और फिल्मों में काम किया, जिसमें उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।   हैदराबाद में मिला शव: आत्महत्या का शक 4 दिसंबर की सुबह हैदराबाद में शोभिता शिवन्ना का शव उनके अपार्टमेंट में मिला। पुलिस को शक है कि उन्होंने आत्महत्या की है। शुरुआती जांच में पता चला कि शोभिता ने अपने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दी।   पुलिस का बयान: आत्महत्या के कारणों की जांच पुलिस का कहना है कि अभी मामले की गहराई से जांच चल रही है। प्राथमिक जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शोभिता के परिवार और दोस्तों से पूछताछ जारी है।   शोभिता का फिल्मी करियर और तेलुगु सिनेमा में योगदान शोभिता ने कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में कई बेहतरीन भूमिकाएं निभाईं। उनकी चर्चित फिल्मों में “प्रेम गीत” और धारावाहिक “अभिनव” शामिल हैं। वह साउथ सिनेमा की नई पीढ़ी की प्रतिभाशाली कलाकारों में गिनी जाती थीं।   पारिवारिक पृष्ठभूमि और व्यक्तिगत जीवन शोभिता का जन्म बेंगलुरु में हुआ था। उनके परिवार ने हमेशा उनका समर्थन किया। निजी जीवन में वह एक सकारात्मक और खुशमिजाज व्यक्ति मानी जाती थीं।   बेंगलुरु में अंतिम संस्कार: भावुक माहौल शोभिता का अंतिम संस्कार बेंगलुरु में किया जाएगा। उनके परिवार और फैंस ने इस खबर पर गहरा दुख जताया है। अंतिम संस्कार के दौरान परिवार के लोग भावुक नजर आए।   सोशल मीडिया पर फैंस का रिएक्शन सोशल मीडिया पर फैंस ने शोभिता की मौत पर दुख व्यक्त किया। #ShobithaShivanna और #SouthCinema जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। क्या कहता है पोस्टमार्टम रिपोर्ट? पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अभी तक आत्महत्या की पुष्टि की गई है, लेकिन पुलिस को शक है कि यह मामला किसी मानसिक तनाव से जुड़ा हो सकता है।   आत्महत्या की रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता की आवश्यकता को उजागर किया है। आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए परिवार और समाज को मिलकर कदम उठाने की जरूरत है।    

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Weather: दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, कश्मीर-हिमाचल में हो रही बर्फबारी

Weather: दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, कश्मीर-हिमाचल में हो रही बर्फबारी

दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड :सर्दियों का मौसम अब पूरी तरह से दस्तक दे चुका है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में ठंड तेजी से बढ़ रही है, जबकि कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। नवंबर महीना शुरू होते ही मौसम में बदलाव स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में और अधिक ठंड बढ़ने की संभावना जताई है। आइए, जानें ताजा मौसम का हाल।     Weather: दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, कश्मीर-हिमाचल में हो रही बर्फबारी  दिल्ली-यूपी में न्यूनतम तापमान में गिरावट   दिल्ली और उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। सुबह और रात के समय सर्दी का प्रभाव ज्यादा महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान और भी नीचे जा सकता है। इस समय दिल्ली में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, जो कि सामान्य से 2-3 डिग्री कम है। यूपी के लखनऊ, कानपुर और वाराणसी जैसे शहरों में भी सर्दी बढ़ रही है। आप ये भी पढ़ सकते हैं: मुख्यमंत्री पद के लिए रखी ये शर्त,अमित शाह ने की एकनाथ शिंदे से देर रात मुलाकात,पार्टी के लिए भी रखी कुछ शर्ते  कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का दौर   कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम जैसे इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है, जिससे तापमान में तेजी से गिरावट आई है। हिमाचल प्रदेश के मनाली, शिमला और स्पीति घाटी में भी बर्फबारी का असर दिख रहा है।   बर्फबारी के कारण वहाँ के स्थानीय लोग और पर्यटक ठंड का भरपूर आनंद ले रहे हैं। हालांकि, इस वजह से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है और कुछ रास्तों को बंद भी करना पड़ा है।    नवंबर महीना: ठंड का शुरुआती संकेत   नवंबर महीना हमेशा से ही ठंड के आगमन का शुरुआती समय माना जाता है। इस बार सर्दी कुछ जल्दी ही शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, इस साल ठंड का प्रभाव सामान्य से अधिक रहने वाला है।   नवंबर के मध्य तक, उत्तरी भारत के ज्यादातर हिस्सों में तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है। खासतौर पर पहाड़ी इलाकों में ठंड के साथ बर्फबारी भी बढ़ेगी।    मौसम विभाग की भविष्यवाणी   मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए ठंड और बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर उत्तर भारत के राज्यों में तापमान और गिरने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी हो सकती है।   दिल्ली-एनसीआर में भी ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण के स्तर में भी इजाफा होने की आशंका जताई गई है।  ठंड से बचाव के उपाय   गर्म कपड़े पहनें: सर्दी से बचने के लिए ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करें। गर्म पेय का सेवन करें: चाय, सूप और अदरक वाली चाय जैसी चीजें शरीर को गर्म रखने में मदद करती हैं। बाहर कम निकलें: सुबह और रात के समय ठंड ज्यादा होती है, इसलिए इन समयों में बाहर जाने से बचें। हीटर का इस्तेमाल करें: घर को गर्म रखने के लिए हीटर का इस्तेमाल करें।    निष्कर्ष   दिल्ली-यूपी में ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की वजह से तापमान में गिरावट जारी है। नवंबर महीना अभी शुरू ही हुआ है, लेकिन ठंड का असर पहले से ही महसूस किया जा रहा है।   मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए खुद को और अपने परिवार को ठंड से बचाने के उपाय जरूर अपनाएँ।      

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मुख्यमंत्री पद के लिए रखी ये शर्त,अमित शाह ने की एकनाथ शिंदे से देर रात मुलाकात,पार्टी के लिए भी रखी कुछ शर्ते

Eknath shinde late-night Meets Amit Shah: Maharashtra चुनाव में महायुति की जीत के बाद अब eknath shinde को दोबारा महाराष्ट्र मुख्यमंत्री नही बनाया जायेगा।एकनाथ शिंदे ने बीजेपी से विधान परिषद अध्यक्ष और 12 मंत्री पद मांगे। एकनाथ शिंदे समाचार : Maharashtra Chunav में Mahayuti की जीत के बाद अभी  सीएम का चेहरा फाइनल नही हुआ है, लेकिन हा ये जरूर तय हो गया है कि शिंदे इस बार सीएम नही बनेंगे। इसलिए इस बार एकनाथ शिंदे ने बीजेपी आला कमान से बड़ी मांग की है।केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात करके एकनाथ शिंदे ने विधान परिषद के अध्यक्ष पद की मांग और 12 मंत्री पद मांगे। कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे ने कई अहम विभागो की मांग की है।वही , शाह से ये भी अनुरोध किया है कि मंत्री पद का आवंटन करते समय शिवसेना का उचित सम्मान बनाए रखे। महायुति और शिवसेना साथ साथ Maharashtra  में टोटल 288 विधानसभा सीटें हैं। इसमें महायुति के पास 218 सीटें है।गठबंधन महायुति में भाजपा,शिवसेना,एनसीपी,बीवीए, पीजेपी,मंशे, आरएसपी, पीडब्लूपीआई, जेएसएस और कई पार्टियां शामिल है।सीटो की बात करे तो भाजपा के पास 106,शिवसेना के पास 40,एनसीपी के पास 40, बीवीए के पास 3 इसी तरह गटबंधन से ज्यादातर सीटे इनके ही पास है।इन सभी दलों को मिलाकर जो गठबंधन बना उसे ही महायुति नाम दिया गया। निष्कर्ष : दिल्ली में अमित शाह के साथ हुई बैठक के बाद एकनाथ शिंदे मुंबई पहुंचे। यहां भी उनका देवेंद्र फदनदीश और अजीत पवार के साथ बैठक थी।महायुति की होने वाली बैठक से पहले ही शिंदे अपने गांव सतारा जिले में रवाना हो गए।शिंदे ने सतारा जाने की वजह से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।   FAQ. 1. एकनाथ शिंदे कौन हैं? Eknath शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को छतरिया मराठा परिवार में हुआ था । उनका होमटाउन सतारा जिला है।1997 में ठाणे नगर निगम चुनाव में शिंदे को पार्षद का टिकट मिला । शिंदे अपने पहले ही चुनाव में जितने में सफल रहे। 2. अमित शाह कौन है? Amit Shah का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को श्रीमती कुसुम्बेन और श्री अनिलचंद के गुजराती परिवार में हुआ था।पिछले पांच वर्षो के दौरान विधान सभा चुनावों में एक के एक जीत दिलाते हुए,उन्होंने भाजपा पार्टी विस्तार किया।वर्तमान में अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में कार्यरत है।    

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Vaibhav Suryavanshi : 13 की उम्र में सफलता की कहानी , जानिए उनकी जिंदगी की सफलता के पीछे का राज़

Sahibaatein(Real Fact) , Vaibhav Suryavanshi : 13 साल की उम्र में ही वैभव सूर्यवंशी ने दाएं हाथ के बल्लेबाज ने क्रिकेट की दुनिया में धमाल मचा रखा है। सबसे कम उम्र में वैभव सुरवंशी ने आईपीएल में शामिल होने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड बना लिया है। Vaibhav Suryavanshi : 13 की उम्र में सफलता की कहानी , जानिए उनकी जिंदगी की सफलता के पीछे का राज़ हाइलाइट: 13 साल की उम्र में सफलता सफलता का राज़ कौन है 1 करोड़ में बिकने वाला 13 साल के वैभव 13 साल की उम्र में सफलता 13 साल की उम्र में बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने अपनी मेहनत और लगन से सफलता प्राप्त की।वैभव सूर्यवंशी की सफलता उनके जुनून और मेहनत का नतीजा है । सफलता का राज़ Vaibhav सूर्यवंशी की सफलता के पीछे का राज़ है उनका  आत्मविश्वास ,अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण ,अद्भुत सोच अनुसासन और लगातार सीखने की इच्छा।   कौन है 1 करोड़ में बिकने वाला 13 साल के वैभव   वैभव सूर्यवंशी एक आईपीएल टीम से जुड़ने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए है जिन्हे नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1 करोड़ 10 लाख में बिक चुके है।वैभव बिहार राज्य के रहने वाले आईपीएल के सबसे युवा खिलाड़ी बन चुके है। निष्कर्ष :   इस लेख से यह पता चलता है अगर कोई भी अपने मेहनत , जोश व जुनून से किसी चीज का पाना चाहता है तो वह किसी भी स्थिति में उसे पा सकता है।

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Hemant Soren कौन है

Hemant Soren कौन है: इस इलेक्शन में झारखंड मुख्यमंत्री कौन है इन 5 कारणों से पीछे रह गई बीजेपी

Hemant Soren कौन है?Hemant Soren एक बहुत बड़े राज्य का एक बहुचर्चित नेता है । जिन्होंने झारखंड राज्य के लिए बहुत काम किए है।उनके काम के लिए उन्हें झारखंड के लोग आज जानते है।उन्होंने झारखंड के लोगो के लिए कई ऐसे कार्य किए है जिन्हे लोग आज जानते भी नहीं है। Hemant Soren कौन है: इस इलेक्शन में झारखंड मुख्यमंत्री कौन है इन 5 कारणों से पीछे रह गई बीजेपी झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक भारतीय नेता है झारखंड राज्य के।जो अभी झारखंड के मुख्यमंत्री भी है।उन्होंने 2019 से 2024 तक और 2013 से 2014 तक झारखंड के 5वे मुख्यमंत्री रह चुके है।झारखंड में एक दल , झारखंड मुक्ति मोर्चा है, वो इसके कार्यकारी अध्यक्ष भी है। हाइलाइट: झारखंड में इंडिया गठबंधन का बड़ी जीत , हेमंत सोरेन का जलवा बरकरार झारखंड में हेमंत ने 24 साल का रिकॉर्ड  तोड़ा,  इन 5 कारणों से पीछे रह गई बीजेपी     झारखंड में इंडिया गठबंधन का बड़ी जीत , हेमंत सोरेन का जलवा बरकरार झारखंड में कथित आरोपों में जेल जा चुके जेएमएम नेता व राज्य के सीएम Hemant Soren ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर फिर से झारखंड में अपना परचम लहरा दिया है। जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी और सीपीएमएल जैसे बड़े बड़े डालो ने एक साथ हाथ मिलाकर चलने का फैसला किया और पिछले असेंबली चुनावो से आगे ले गएं।इन चुनावो में जहा एक ओर हेमंत का जलवा दिखा वही दूसरी ओर आदिवासी अस्मिता , मईया सम्मान व हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का दाव काम कर गया ।हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बन गए है। वही दूसरी तरफ बीजेपी की तरफ से जनसंख्यकी में बदलाब और हिंदू,मुस्लिम का मुद्दा काम नहीं करता दिखा।पहली बार झारखंड मे कोई सरकार सत्ता विरोधि  माहौल के बाद भी प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापसी कर गई है। झारखंड में हेमंत ने 24 साल का रिकॉर्ड तोड़ा,बीजेपी इन पांच कारणों से पीछे रह गई। पहली बार झारखंड राज्य में 24 साल का सियासी रिकॉर्ड टूटता नजर आया है।हेमंत सोरेन को गठबंधन से पूर्ण बहुमत मिल रहा है और वह सत्ता में वापसी कर रहे हैं।हेमंत सरकार को झारखंड की 81 में से 50 सीटो पर बढ़त हासिल हुई है। ऐसे में सवाल ये आ रहा है कि आखिर ये सब हुआ कैसे । बीजेपी ने अपनी पुरी ताकत झोंकने के बाद भी सत्ता में कैसे नही आ पाई? इस लेख में मैं आपको इन्हीं सवालों के जवाब दूंगा तो विस्तार से पढ़िए…..   1. मजबूत गठबंधन और क्षेत्रीय समर्थन हेमंत सोरेन ने झारखंड में झामुमो, कांग्रेस, और राजद के गठबंधन को बेहतरीन तरीके से संभाला। यह गठबंधन राज्य के स्थानीय मुद्दों और जनता की जरूरतों पर फोकस करता नजर आया। इससे आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में हेमंत की पकड़ मजबूत हुई। गठबंधन ने 81 में से करीब 50 सीटों पर बढ़त बनाई, जिसमें से 10 सीटों पर बढ़त 10,000 वोटों से ज्यादा रही। 2. आदिवासी मतदाताओं का समर्थन झारखंड की बड़ी आबादी आदिवासी समुदाय से है। हेमंत सोरेन ने इनकी समस्याओं, जैसे जमीन अधिकार, शिक्षा और रोजगार पर विशेष ध्यान दिया। उनके जनजातीय पृष्ठभूमि और उनके वादों ने आदिवासी मतदाताओं को अपनी ओर खींचा। बीजेपी सरकार पर आदिवासी हितों की अनदेखी का आरोप भी लगा, जिसने सोरेन को फायदा पहुंचाया। 3. बीजेपी की रणनीति की विफलता बीजेपी ने झारखंड में कई मुद्दों पर कमजोर रणनीति अपनाई। राज्य के स्थानीय मुद्दों की अनदेखी और राष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने से जनता उनसे दूर हो गई। इसके अलावा, मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जनता में असंतोष भी एक बड़ा कारण रहा। 4. रोजगार और स्थानीय विकास पर फोकस हेमंत सोरेन ने बेरोजगारी और ग्रामीण विकास को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया। उन्होंने युवाओं को रोजगार देने और पलायन रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का वादा किया। यह मुद्दा जनता के बीच प्रभावी रहा, जबकि बीजेपी इन विषयों पर ठोस वादा करने में नाकाम रही। 5. स्थानीय नेता बनाम बाहरी चेहरा झारखंड में स्थानीय नेतृत्व की हमेशा अहमियत रही है। हेमंत सोरेन ने खुद को एक जनप्रिय और स्थानीय नेता के रूप में पेश किया, जो राज्य की जमीनी हकीकत को समझते हैं। इसके विपरीत, बीजेपी का फोकस केंद्रीय नेतृत्व पर रहा, जिससे स्थानीय स्तर पर पार्टी का जुड़ाव कमजोर पड़ा। निष्कर्ष झारखंड में हेमंत सोरेन ने इस जीत के साथ न केवल इतिहास रच दिया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि जनता की उम्मीदों को समझने और स्थानीय मुद्दों पर काम करने से बड़ी जीत हासिल की जा सकती है। बीजेपी के लिए यह हार निश्चित रूप से आत्मचिंतन का विषय है।    

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Ind vs Aus : Match Draw पहले दिन आगे मैच कुछ कहा नहीं जा सकता

 जसप्रीत और भुमराह ने भारत की तरफ से चार विकेट ले लिए है।ऑस्ट्रेलिया का कोई भी कंगारू बल्लेबाज अभी 20 रन की पारी को पार नहीं कर सका है।पार्थ टेस्ट में पहले दिन गेंदबाजों को बोलबाला रहा । Ind vs Aus : Match Draw पहले दिन, आगे मैच कुछ कहा नहीं जा सकता     खेल समाप्त हो चुका है पहले दिन का पार्थ टेस्ट ।ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 67 रन बनाकर 7 विकेट गवाए थे।भारत ने अपनी पहली पारी में 167 रन बनाए थे। इस कारण ऑस्ट्रेलिया अभी भी  83 रन पीछे है। विराट कोहली पहली पारी में हेजलवुड की उछलती हुई गेंद पर वह कैच आउट हुए।पूर्व कप्तान विराट कोहली के प्रदर्शन पर सबकी नजरें थी।हालांकि कुछ अच्छा प्रदर्शन न कर सके। भारत को 150 रन पर Allout करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन के पहले टेस्ट में गुरुवार के अपने 7 विकेट गवाकर सिर्फ 67 रन ही बना पाए।ऑस्ट्रेलिया टीम अभी भी भारत के पहले पारी के स्कोर से 83 रन से बहुत पीछे हैं। ऑस्ट्रेलियन फास्ट गेंदबाज जोश हेजलवुड ने कोहली को 10वी बार आउट किया था। इसी के साथ वह कोहली को सबसे ज्यादा बार आउट करने वाले गेंदबाजों को सूची में शामिल हो चुके है। इंग्लैंड के पहले तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली को 37 पारियों में 10 बार कोहली को पवेलियन का रास्ता दिखाया।   विराट कोहली को सबसे ज्यादा बार आउट करने वाले खिलाड़ी 11 – टीम साउथी 10 – जोश हेजलवुड 10 – जेम्स एंडरसन 10 – मोइन अली निष्कर्ष : इस पहले दिन के पार्थ टेस्ट से यह समझ में आता है कि अगर इसी तरह इंडिया टीम खेलती है तो वर्ल्ड कप उसके हाथ में ही होगा।   आपको क्या लगता आप कॉमेंट कर सकते है कि सेकंड टेस्ट में किसके जीतने की उम्मीद है।        

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गौरव अडानी के 8 सनसनीखेज खुलासे जो आपको चौंका दें

Gautam Adani Case : Gautam Adani मामले में गिरफ्तारी की मांग,जाने कैसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की मांग।

खरबपति अडानी पर अमेरिकी सरकार ने रिश्वत देने का आरोप लगाया है।इस बात को गंभीर रूप से समझने के लिए soler energy of power corporation के अध्यक्ष ने क्या कहा आइए जानते है। Gautam Adani Case : Gautam Adani मामले में गिरफ्तारी की मांग,जाने कैसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की मांग।   भारत में बनी नई परियोजनाओं के कार्य के लिए एक एजेंसी बनाई गई है जिसका नाम है Solar energy of Power Corporation। जिसके अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक आरपी गुप्ता ने गुरुवार शाम को बताया कि गौरव अदानी मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी के लिए एजेंसी का नाम नही उजागर किया गया है। अडानी केश से जुड़े घटना पर गुप्ता जी ने जवाब देते हुए कहा: एसईसीआई के खिलाफ ऐसा कुछ भी नही है  कि एसईसीआई कुछ गलत किया हो। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उद्योगपति गौरव अदानी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपो को लेकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की। उन लोगो ने यहां गुरुवार रात खूब प्रदर्शन किया।इसमें कईयों छात्रों और युवाओं ने भाग लिया और जमकर नारेबाजी की और गिरफ्तारी की मांग की। एनएसयूआई ने साफ करते हुए कहा है कि सरकार युवाओं और छात्रों पर ध्यान न देकर उद्योगपति अडानी पर ध्यान दे रही हैं अगर ऐसे लोगो लगाम न कसी गई तो पूरे भारत में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।   वही कांग्रेस की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी ने कहा है कि अडानी ग्रुप के वहा भी अच्छे संबंध है जिस राज्य में बीजेपी सरकार नहीं है। रिश्वत और फ्रॉड के लगे है आरोप अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक , अरबपति और अडानी ग्रुप के ओनर गौरव अडानी पर रिश्वत और फ्रॉड करने का आरोप लगा है।उनके साथ साथ उनके भतीजे सागर अडानी पर भी धोखाधड़ी का आरोप लगा है। निष्कर्ष: इससे ये पता चलता है कि बस केवल उद्योगपति गौरव अदानी की आड़ में लोग बीजेपी सरकार को गलत कह रहे है और उनपर आरोप लगा रहे है।    

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वैभव सूर्यवंशी: सफलता की अनकही कहानी Akhil Akkineni Ki Banengi Dulhaniya: Zainab Ravdjee Se Rachai Sagai हेमंत सोरेन: झारखंड की राजनीति के जनप्रिय नेता की कहानी” गौरव अडानी के 8 सनसनीखेज खुलासे जो आपको चौंका दें instagram नोरा फतेही Nora Fatehi: बेली डांस की क्वीन और बॉलीवुड स्टार सॉफिया अंसारी: एक छोटे शहर से सोशल मीडिया की रानी तक का सफर Who is Imsha Rahman: Pakistani Viral girl imsha raahman koun hai Insha Rahman: Trending Talent of Today छैया छैया से Diva Yoga तक: जानिए मलाइका अरोड़ा की कहानी 6 ऐसे तथ्य जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे नौकरी पाने के 5 चौंकाने वाले तथ्य! 2024 के हैरान कर देने वाले रोचक तथ्य: जानिए दुनिया के सबसे अजीब और दिलचस्प तथ्य!” 2024 के रोचक तथ्य: दुनिया भर से कुछ हैरान करने वाली जानकारी Amazing Fact of Science 2024 : ज्ञान की एक झलक Amazing Fact of Science: रोचक जानकारी जो आपको हैरान कर देगी” लड़कियों के अनोखे रहस्य दुनिया के 5 मजेदार तथ्य | Facts in Hindi अंग्रेजी भाषा के तथ्य जो हर किसी को पता होने चाहिए. दीवाली: इस साल कीजिए इको-फ्रेंडली दीवाली, जानें खास टिप्स और इतिहास